शुक्रवार, 14 अक्तूबर 2011

आज की तजा खबरे(१३ अक्टूबर २०११)


औरंगाबाद में पति-पत्नी ने की आत्महत्या

Oct 13, 09:33 pm
औरंगाबाद :
मुफ्फसिल थाना के भरवार गांव में बुधवार रात्रि परिवार की प्रताड़ना से तंग आकर नीरज कुमार (32 वर्ष) ने अपनी पत्नी शोभा देवी (30 वर्ष) के साथ जहर खाकर आत्महत्या कर ली। गुरुवार सुबह पुलिस ने शव बरामद कर अंत्य परीक्षण कराया। ग्रामीणों एवं पुलिस के अनुसार दोनों चार दिनों से भूखे रह रहे थे। बताया जाता है कि शोभा को सास एवं ससुर शिवकुमार सिंह प्रताड़ित करते थे। प्रताड़ना से तंग आकर शोभा अपने नैहर रह रही थी। दशहरा से पहले उसके पति ने विदाई कराकर लाया। शोभा अलग खाना बनाने लगी तो उसके सास ने चूल्हा तोड़ दिया। जब भी वह खाना बनाने लगती सास बर्तन को फेंक देती। प्रताड़ना से तंग आकर दोनों ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। उधर प्रभारी थानाध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया कि मामले में शोभा के पिता नवीनगर थाना के मंझियावां गांव निवासी नर्मदेश्वर सिंह के बयान पर गुरुवार को प्राथमिकी दर्ज की है। शोभा के सास एवं ससुर नामजद अभियुक्त बने हैं। दोनों पर जहर पीलाकर हत्या करने का आरोप लगाया गया है। पुलिस ने शव का अंत्य परीक्षण करा परिजनों को सौंप दिया।


ओवर लोडिंग के खिलाफ चलेगा अभियान


Oct 13, 09:33 pm
औरंगाबाद :
शहर के रमेश चौक एवं न्यायालय के पास से गुरूवार को नो पार्किंग जोन में खड़े 23 वाहनों को जब्त किया गया। वाहन मालिकों से 15000 रूपये जुर्माना वसूली की गई। सहायक समाहर्ता चन्द्रशेखर सिंह, कार्यपालक पदाधिकारी वकील प्रसाद सिंह एवं एमवीआई केके त्रिपाठी ने वाहनों को जब्त किया। एमवीआई ने बताया कि ओवर लोडिंग के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा। वाहन के छत पर यात्री बैठे पकड़े जाएंगे तो बस मालिक के खिलाफ जुर्माना लगाया जाएगा। क्षमता से अधिक माल लेकर दौड़ने वाले वाहनों को भी पकड़ा जाएगा। पकड़े जाने पर वाहन मालिकों को दंडित किया जाएगा। एमवीआई ने कहा कि प्रत्येक दिन अखबारों में नो पार्किंग जोन में बाइक से लेकर अन्य वाहनों के ठहराव पर रोक की खबर छप रही है। सड़क पर नो पार्किंग का बोर्ड लगाया गया है फिर भी वाहन मालिक सचेत नहीं हो रहे हैं और गाड़ी को सड़क पर लावारिस अवस्था में छोड़ कर चले जाते हैं। एमवीआई ने कहा कि आटो रिक्सा (टेम्पो) पर आगे निबंधन संख्या लिखना अनिवार्य है। नहीं करने पर टेम्पो से जुर्माना वसूला जाएगा। वाहनों पर रोमन लिपि (अंग्रेजी) में निबंधन संख्या लिखवाने की बात कही।


आइएएस अधिकारी से उलझे पार्षद, गिरफ्तार

औरंगाबाद


 प्रशिक्षु आइएएस अधिकारी चंद्रशेखर सिंह से गोह के जिला पार्षद ओमप्रकाश सिंह का गुरुवार को पंगा हो गया. आरोप है कि ओमप्रकाश नशे में थे. वह नो पार्किंग जोन से गाड़ी हटवा रहे पुलिसवालों से उलझ गये और बाद में प्रशिक्षु आइएएस अफसर चंद्रशेखर से उनकी झड़प हो गयी. पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है



..तो एएसआइ को बना दूंगा थानाप्रभारी

एसपी ने सुनी फरियाद, अफ़सरों को सुधरने की चेतावनी


औरंगाबाद :
 गुरुवार के दिन समाहरणालय स्थित एसपी कार्यालय में जनता दरबार के दौरान विभाग के अफसरों की पुलिस अधीक्षक ने खूब खबर ली. फरियादियों के द्वारा विभिन्न थानों के प्रभारियों के विरुद्ध शिकायतों की झड़ी लग गयी थी. इससे खिन्न एसपी ने चेतावनी दी कि सभी थानेदार सुधर जाएं, वर्ना एएसआइ को बना दूंगा थाने का प्रभारी और तुम लोग करोगे उसके अधीन कार्य.
यही नहीं, एसपी ने डीएसपी विजय प्रसाद के कार्यो में शिथिलता को देखते हुए जनता दरबार में ही आदेश जारी किया कि इनके विरुद्ध डीआइजी को डीओ लेटर भेजने के साथ ही स्पष्टीकरण मांगा जाये कि अनुसंधान में विलंब क्यों हो रहा है.
यही नहीं, जनता दरबार में जब विनीता कुमारी नाम की फरियादी पहुंची और उसने शिकायत की कि मुफस्सिल थाने में हमारी प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी है, तो एसपी ने पीएसआइ गजेंद्र कुमार को जनता दरबार में कर प्राथमिकी दर्ज नहीं करने के बारे में 24 घंटे के भीतर लिखित जवाब मांगा.
नवीनगर थानाध्यक्ष मनोज कुमार से भी एसपी ने पूछा कि कोई बच्चा जब अपहृत हो जाता है तो उसे खोजने का काम पुलिस का है, न कि उसके परिजनों का. इस मामले में उनसे 24 घंटे के अंदर स्थिति स्पष्ट करने का निर्देश दिया गया. रफीगंज थाना प्रभारी प्रभात कुमार को भी एक फरियादी की शिकायत पर जम कर फटकार लगाते हुए एसपी ने कहा कि वरदी पहन कर थाने में बैठकर रोटी खाना छोड़ दो. क्षेत्र में कामकरो अन्यथा वापस जाने के लिए तैयार हो जाओ.

जमीन विवाद से दूर रहें


एसपी डॉ सिद्धार्थ ने पुलिस पदाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि वे जमीन विवाद के मामलों से 200 गज दूर रहें. किसी भी थाने से अगर जमीन विवाद के मामले में उलझने की जानकारी मिली तो उस पदाधिकारी को बख्शा नहीं जायेगा. पुलिस का काम कानून और व्यवस्था को बनाये रखना है, न कि जमीनी विवाद में किसी को हक दिलाने का काम करना है. इस तरह के विवाद के लिए सरकार ने एसडीओ, एलआरडीसी, सीओ, बीडीओ की नियुक्ति की है.


पानी दें, वर्ना एसडीओ पर कार्रवाई

औरंगाबाद : 
ओबरा प्रखंड बांस माइनर के सोनवर्षा वितरणी में पानी नहीं मिलने के कारण सैकड़ों एकड़ में लगी धान की फसल सूखने लगी है. सोनवर्षा गांव के किसानों ने गुरुवार को विधान परिषद के सह सचेतक महाचंद्र सिंह से मिल कर उनसे अपनी समस्या बतायी और एक आवेदन दिया.
किसानों ने खुल कर बताया कि सिंचाई विभाग के एसडीओ विनय कुमार सिंह कभी भी नहर का निरीक्षण नहीं करते हैं और न कार्यालय में बैठते हैं. जब सोनवर्षा वितरणी में पानी नहीं मिलने की शिकायत उनसे की गयी तो उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि एसडीओ का काम नहर देखना व खेतों में पानी पहुंचाना नहीं है.
यह बात सुनते ही महाचंद्र सिंह भड़क उठे और तत्काल अपने मोबाइल से सिंचाई विभाग के एसडीओ विनय कुमार सिंह के मोबाइल पर फोन लगा उन्हें जम कर फटकार सुनायी. उन्होंने निर्देश दिया कि यदि दो दिन के अंदर सोनवर्षा वितरणी में पानी नहीं पहुंचा तो आपके ऊपर विभागीय कार्रवाई भी की जायेगी. जब प्रभात खबर प्रतिनिधि के द्वारा महाचंद्र सिंह से पूछा गया कि यदि एसडीओ के द्वारा पानी नहीं पहुंचाया गया तो क्या कार्रवाई की जायेगी.
इस पर श्री सिंह ने साफ शब्दों में कहा कि मुख्यमंत्री लोगों के बीच जाकर समस्या सुन रहे हैं, और तत्काल कार्रवाई कर रहे हैं. ऐसे में सिंचाई विभाग का एसडीओ कहता है कि मेरा काम नहर देखना नहीं है, तो ऐसे पदाधिकारी का कुरसी पर बैठना उचित नहीं होगा. बल्कि पटना जाते ही इन्हें निलंबित करने का आदेश विभाग के द्वारा जारी कराया जायेगा.



किसान श्री विधि से करें गेहूं की खेती : एसडीओ

दाउदनगर  :
 प्रखंड कार्यालय प्रांगण में कृषि विभाग द्वारा रबी महोत्सव का आयोजन किया गया. इसका उद्घाटन करते हुए अनुमंडल पदाधिकारी कमल नयन ने कहा कि सरकार किसानों को लाभ दिलाने के लिए प्रयासरत है.
किसान हतोत्साहित नहीं हों. उन्होंने किसानों को श्री विधि से गेहूं की खेती करने की सलाह देते हुए इससे होने वाले लाभों का विस्तारपूर्वक वर्णन किया. जिला कृषि पदाधिकारी शिलाजीत सिंह ने किसानों को रासायनिक खाद का कम से कम प्रयोग करने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि वर्मिग कंपोस्ट और पशुपालन करें. इससे खाद पर निर्भरता घटेगी.
कृषि वैज्ञानिक डॉ राजीव कुमार ने आधुनिक पद्धति से गेहूं की खेती के गुर बताये.विषय वस्तु विशेषज्ञ संजय कुमार ने कहा कि प्रखंड क्षेत्र में पांच सौ एकड़ भूमि पर मक्का की खेती करने का लक्ष्य रखा गया है और इसकी खेती करने वाले किसानों को सरकार की ओर से ग्यारह सौ रुपये प्रदान किये जायेंगे. संसा, जागा बिगहा, महावर एवं बेलहरी के चयनित 25 -25 किसानों को सरसों का बीज प्रदान किया गया.
इस मौके पर जेपीपीओ सतीश कुमार, जिला नोडल पदाधिकारी अखौरी रवीश चंद्र, जिला पार्षद राजीव कुमार उर्फ बबलू, पंचायत समिति सदस्य कौशलेंद्र कुमार सिंह, प्रखंड कृषि पदाधिकारी विनोद रविदास, मुखिया सुदेश कुमार सिंह,निर्मला सिन्हा, कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष राजेश्वर सिंह मौजूद थे.


जम्होर को ग्राम पंचायत का दर्जा

डीएम ने जारी की अधिसूचना, लोगों में हर्ष


औरंगाबाद :
 विगत दस वर्षो से ग्राम पंचायत व नगर पंचायत के बीच झूल रहे जम्होर को ओखर विकास की राह नसीब हो ही गयी. इसकी स्थिति को लेकर चल रही लड़ाई के कारण जम्होर का विकास नहीं हो पा रहा था. कई बार ग्राम पंचायत के लिए जम्होर के ग्रामीणों ने धरना, प्रदर्शन, रेल चक्का जाम किया.
इस पर जनप्रतिनिधियों के द्वारा जम्होर को ग्राम पंचायत का दरजा दिलाने की बात कही गयी थी. दो वर्ष पूर्व जम्होर के ग्रामीणों ने विश्वास यात्रा के तहत आये मुख्यमंत्री के समक्ष मामला रखा था. इस पर मुख्यमंत्री ने जम्होर को नगर पंचायत का दरजा देने की घोषणा मंच से 6 जून 2009 को की थी.
मुख्यमंत्री के द्वारा नगर पंचायत का दरजा दिये जाने के बाद जम्होर के ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत का दरजा देने के लिए सरकार के विरुद्ध हाईकोर्ट में याचिका दायर किया. न्यायालय के द्वारा जम्होर को ग्राम पंचायत का दरजा देने का आदेश सरकार को दिया गया. जिस पर बिहार सरकार ने जम्होर को ग्राम पंचायत की मंजूरी दे दी.
इससे संबंधित अधिसूचना जिलाधिकारी अभय कुमार सिंह के द्वारा पत्रांक 441 दिनांक 12.10.11 के तहत जारी कर दी गयी. जिलाधिकारी के द्वारा जम्होर को ग्राम पंचायत से संबंधित अधिसूचना जारी करने की सूचना मिलते ही जम्होर में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है. जम्होर के बुद्धिजीवियों ,समाज सेवियों के द्वारा सरकार एवं जिला प्रशासन को बधाई दी गयी है.
बधाई देने वालों में अजीत कुमार सिंह, शकील अहमद, विंदेश्वरी मेहता, महेंद्र मेहता, घनश्याम खत्री, गोपाल प्रसाद गुप्ता, गोपाल सिंह नेपाली, बेनी पासवान, इंद्रदेव राम, सूबेदार राम, लक्ष्मी नारायण दास, राम बचन विश्वकर्मा, चंद्रावती देवी शामिल हैं.

मुखिया जी अमानवीय व्यवहार करते हैं सर


औरंगाबाद :
 कोई भी व्यक्ति अगर काम करता है तो उसे सही समय पर हर हाल में वेतन मिलना चाहिए. क्योंकि उसके ऊपर कई जिम्मेवारियां होती हैं, जिसके लिए समय पर पैसा होना जरूरी है.
उक्त बातें जिलाधिकारी अभय कुमार सिंह ने साप्ताहिक जनता दरबार में कही. बताते चलें कि ग्रामीण क्षेत्र के दो दर्जन से अधिक एएनएम ने डीएम के द्वारा आहूत जनता दरबार में अपना दुखड़ा व्यक्त करते हुए कहा कि, सर हम लोगों को मई महीने से वेतन नहीं मिला है. घर चलाना मुश्किल हो रहा है.
मामले को सिविल सर्जन डॉ परशुराम भारती को सौंपते हुए डीएम ने कहा कि जितनी जल्दी हो सके, इस समस्या का निदान करें. आगे से अगर इस तरह की शिकायत मिली तो आप पर कार्रवाई की जायेगी. वहीं हसपुरा प्रखंड के पि पंचायत के ग्रामीणों ले डीएम के समक्ष कहा कि बड़े साहब पंचायत के मुखिया हमे योजनाओं की जानकारी नहीं देते.
पूछने पर अमानवीय व्यवहार करते हैं. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएम ने प्रखंड के वरीय पदाधिकारी को सौंपते हुए कहा कि मामले की जांच करें. दोषी पाये जाने पर मुखिया के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करें. इसके अलावा जनता दरबार में जिलाधिकारी ने 105 मामले निबटाये.

समाप्त होने के कगार पर है कुएं का अस्तित्व

दाउदनगर : 
जब-जब हिंदुओं का कोई पर्व-त्योहार आता है तब-तब ऐतिहासिक एवं धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण कुएं की याद जरूर आती है. वर्तमान में कुएं का अस्तित्व समाप्त होने के कगार पर पहुंच गया है. अतीत काल से यदि चर्चा की जाए, तो कुआं हमारी संस्कृति का महत्वपूर्ण अंग माना गया है.
इसके जल को शुद्ध एवं स्वच्छ माना जाता रहा है. पूजा-पाठ में इसके जल का प्रयोग सर्वोत्तम माना गया है. छठ जैसे त्योहार में नहाय- खाय को कुएं पर स्नान करने की संस्कृति बहुत पुरानी रही है. सिंचाई के दृष्टिकोण से भी यह अतीत काल से महत्वपूर्ण रहा है. खेतों में कुआं खोद कर उसे सिंचाई का स्रोत बनाया जाता रहा है.
देहाती में एक लोकोक्ति भी है कि कुत्ते के काटने पर सात कुआं झांकने पर कुत्ते के विष का असर समाप्त हो जाता है. इसमें कितनी सच्चाई है, यह तो नहीं कहा जा सकता, परंतु ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी इस पर अमल करते देखा जाता है. इस प्रकार यदि देखा जाए तो कुएं हमारी संस्कृति के अंग होने के साथ -साथ काफी महत्वपूर्ण है. परंतु चिंताजनक बात तो यह है कि यह पहले की तरह अब नहीं दिख पाते.
बहुत ढूंढ़ने पर ही एकाध कुआं कहीं -कहीं मिल पाता है. आधुनिक युग में इसकी महत्ता को दर किनार करते हुए इसके अस्तित्व को समाप्त करने का प्रयास किया जा रहा है. बहुत सारे कुओं को भर दिया गया है या फिर उसे अतिक्रमित कर लिया गया है.
नये कुएं नहीं के बराबर खोदे जा रहे है. यदि यही स्थिति रही, तो आने वाले दिनों में यह नाम अतीत की बात बन कर रह जायेगी. साथ ही हमारी संस्कृति का एक महत्वपूर्ण अंग समाप्त हो जायेगा. जरूरत इस बात की है कि इसके संरक्षण पर ध्यान दिया जाए.

पटवन विवाद में हुई मारपीट

भिड़ंत में 12 जख्मी, दो की हालत गंभीर

औरंगाबाद  : 
रिसियप थाना क्षेत्र के विशुनपुर और करमा गांव के लोगों के बीच गुरुवार की सुबह पटवन को लेकर हुए विवाद के बाद जम कर मारपीट हुई. इस घटना में एक दर्जन किसान जख्मी हुए.
इनमें अरविंद कुमार सिंह, राम कुमार विश्वकर्मा, सतीश कुमार सिंह, मनीष कुमार सिंह, राजन कुमार सिंह (सभी निवासी विशुनपुर) तथा कमलेश कुमार सिंह, संजीत कुमार सिंह, संत कुमार, राम बचन सिंह (निवासी करमा) को स्थानीय लोगों ने इलाज के लिए सदर अस्पताल में भरती कराया. चिकित्सकों ने दो की हालत गंभीर बतायी है.
बताया जाता है कि करमा गांव के ग्रामीण नहर में डीजल पंप लगा कर धान की फसल में पटवन कर रहे थे. इसी बीच विशुनपुर गांव के कुछ किसानों ने उनसे डीजल से पटवन न करने की बात कही. जब करमा के किसानों ने कहा कि धान की फसल सूख रही है, ऐसे में पटवन जरी है.
इस पर वे गाली-गलौज करने लगे और नहर में लगे डीजल पंपिंग सेट को फेंक दिया. जब इसका विरोध किया गया तो वहां के ग्रामीण मारपीट करने लगे. वहीं विशुनपुर के किसानों का कहना है कि करमा गांव के लोग जबरन नहर में बांध बना कर पानी को रोक रहे थे.
जब हमलोगों ने नीचे पानी देने की बात कही, तो वहां के ग्रामीण हमलोगों की पिटाई करने लगे. इधर, घटना की जानकारी दोनों पक्षों द्वारा थाने को दे दी गयी है. पुलिस मामले की तहकीकात में जुट गयी है. इस घटना को लेकर करमा व विशुनपुर गांव के बीच तनाव बना हुआ है.

हत्यारे दबोचे न गये, तो व्यापक आंदोलन

ओबरा (औरंगाबाद) :
 प्रखंड मुख्यालय के प्रांगण में गुरुवार को स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने बभंडीहा पंचायत के मुखिया आरिफ खां की हत्या के बाद अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं होने के विरोध में एक दिवसीय धरना दिया. धरना की अध्यक्षता उप प्रमुख मुनारिक राम ने की.
प्रशासन सुस्त


धरना को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि बभंडीहा पंचायत के मुखिया की हत्या के 12 दिनों बाद भी प्रशासन के द्वारा ठोस कार्रवाई न करना, सवाल खड़ा कर रहा है. प्रशासन सुस्त है और अपराधी बेखौफ होकर घूम रहे हैं.
घटना के दिन एसपी के द्वारा दो दिनों के अंदर अपराधियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया गया था. लेकिन सिर्फ एक ही अपराधी गिरफ्तार हो पाया है. प्रतिनिधियों ने कहा कि यदि प्रशासन जल्द से जल्द अपराधियों को नहीं दबोचता है तो आंदोलनकारी प्रखंड मुख्यालय,अनुमंडल मुख्यालय एवं जिला कार्यालय का घेराव करेंगे.
इस अवसर पर प्रखंड प्रमुख कुमकुम देवी, मुखिया संघ के अध्यक्ष रामनरेश सिंह, महामाया ठाकुर, शशि भूषण पासवान, वीणा देवी, गीता देवी, विजय कुमार सिंह, शंकर सिंह, मो जान अंसारी, चंद्रशेखर सिंह, युगेश्वर साव , संजू देवी, योगेंद्र प्रसाद, कांति देवी, उमेश वर्मा, अजय गुप्ता, नन्हकू पांडेय, शशिकांत वर्मा, गुड्डू कुमार ,बैजनाथ तिवारी, मनोज चंद्रवंशी उपस्थित थे.

शुरू हुई अल्ट्रासाउंड सेवा

कुटुंबा (औरंगाबाद) :
 रेफरल अस्पताल कुटुंबा में गुरुवार को अल्ट्रासाउंड मशीन की सेवाएं शुरू की गयी. इसका उद्घाटन प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ श्रीराम प्रसाद ने किया. समारोह में डॉ लालदेव प्रसाद सिंह, डॉ अशोक कुमार सिंह, डॉ दिनेश कुमार दूबे, हेल्थ मैनेजर दीपक कुमार, भृगुनाथ सिंह, ओम प्रकाश गुप्ता, बसंत कुमार सिंह, नरेंद्र सिंह एवं अरविंद कुमार सिंह समेत कई लोग उपस्थित थे.
इस अवसर पर डॉ श्रीराम प्रसाद ने कहा कि कुटुंबा क्षेत्र के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है. यहां के रोगियों को अल्ट्रासाउंड कराने के लिए अब बाहर नहीं जाना पड़ेगा और अस्पताल में इसकी नियमित सेवा जारी रहेगी.
स्थानीय लोगों को इस सेवा का लाभ उठाने के लिए उन्होंने प्रेरित किया. आगे कहा कि राज्य सरकार के जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा यह कार्य शुरू किया गया है जो नि शुल्क अपनी सेवा देगा. हेल्थ मैनेजर दीपक कुमार ने कहा कि राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा अस्पताल में ऐसी व्यवस्था किया जाना काफी महत्वपूर्ण है. आम नागरिकों को इस सेवा से समय और पैसे दोनों की बचत होगी. डॉ लालदेव सिंह ने कहा कि पेट दर्द, अपेंडिक्स एवं महिला मरीजों को बिना अल्ट्रासाउंड के इलाज करने में काफी परेशानी होती थी.

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