शनिवार, 15 अक्तूबर 2011

औरंगाबाद में आज की खबर १५.१०.२०११

छलके आक्रोश के आंसू

विद्या सागर 
औरंगाबाद
जम्होर थाने के मोरडिहरी गांव के ग्रामीणों के आंख से शुक्रवार रात्रि आक्रोश के आंसू छलक रहे थे। पुलिस के खिलाफ सभी आक्रोशित थे। ग्रामीण बोले जा रहे थे कि जब रक्षक ही इज्जत नीलाम करने लगेगा तो आमजन का क्या होगा। ग्रामीणों के आक्रोश का कारण भी दिखा। ग्रामीणों की मानें तो जम्होर थाने में पदस्थापित एएसआई महेन्द्र मंडल ने थाने आने जाने वाली महिला से पहले संबंध बनाये और फिर गांव पहुंचे। ग्रामीणों ने जब रात्रि में एएसआई के गांव आने का विरोध किया तो महेन्द्र ने पुलिसिया रौब दिखाया। ग्रामीणों को धमकाया और झूठे केस में फंसाने की धमकी दी। मुखिया अनिल कुमार, ग्रामीण अप्पू सिंह, गोलू कुमार, राधेश्याम सिंह की मानें तो एएसआई ने महिला से थाने में दो झूठे मुकदमे कराये। थानाध्यक्ष को विश्वास में लेकर स्वयं केस के अनुसंधानकर्ता बन गए। केस होने के बाद ग्रामीणों को जेल भेजने की धमकी देने लगे। एएसआई के भय से ग्रामीण घरों में दुबके रहे। ग्रामीणो की मानें तो एएसआई महिला के घर महीनों रात गुजारी। ग्रामीण कुछ बोलते तो गाली देते हुए जेल भेजने की धमकी देने लगते।
एएसआई के खौफ से ग्रामीण सहमे रहे। ग्रामीणों ने बताया कि एएसआई के आतंक की शिकायत वरीय अधिकारियों से की परंतु कोई कार्रवाई नहीं हुआ। तीन दिन पहले एसपी डा. सिद्धार्थ ने एएसआई का तबादला जम्होर थाने से देवजरा पिकेट कर दिया। तबादला के बावजूद एएसआई जम्होर थाना में जमे रहे। शुक्रवार रात्रि मोर डिहरी गांव गए और ग्रामीणों को धमकाते हुए महिला के घर सो गए। ग्रामीणों ने इज्जत नीलाम होते देख एएसआई को महिला के घर से नग्नअवस्था में पकड़ा और पिटाई कर दी। आक्रोशित ग्रामीणों ने एएसआई के शरीर पर लात घूंसे की बरसात कर दी। एएसआई जान बचाने की गुहार लगाने लगा। महिला ने जब विरोध किया तो ग्रामीणों ने उसकी भी पिटाई कर दी। ग्रामीणों के आक्रोश का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि गांव पहुंचे पुलिस अधिकारियों से सैकड़ों महिलाएं उलझ पड़ीं।
रामकलिया देवी, संगीता देवी बोली 'पुलिस ने गांव की इज्जत नहीं रहने दी।' महिलाओं की मानें तो एएसआई हमेशा महिला के घर आते और रात गुजारते। पूरे घटनाक्रम की सूचना ग्रामीणों ने सहकारिता मंत्री रामाधार सिंह को दी तो उन्होंने मामले में आला अधिकारियों को सूचना देकर त्वरित कार्रवाई कराई। फोन पर मंत्री ने बताया कि पुलिस का यह चेहरा सुशासन सरकार को बदनाम करने वाला है। ऐसे लोगों की सेवा बर्खास्त होनी चाहिए। उधर अस्पताल में इलाजरत महिला कमला (काल्पनिक नाम) देवी ने बताया कि साजिश के तहत हमें बदनाम किया गया है और एएसआई को फंसाया गया है। एएसआई रात्रि में मेरे घर केस की नकल देने आए थे। हमें इंसाफ चाहिए। इंसाफ के लिए मैं सीएम से लेकर डीजी तक का दरवाजा खटखटाउंगी। पूरे मामले की चर्चा शनिवार को होती रही।

देव में किसान की गोली मार हत्या

औरंगाबाद
देव थाना के नक्सल प्रभावित गंगटी गांव में शुक्रवार रात्रि अपराधियों ने किसान बाबूराम तिवारी (42 वर्ष) की गोली मार हत्या कर दी। पुलिस ने शनिवार सुबह गांव के पूरब स्थित नाला से शव बरामद किया है। शव का अंत्य परीक्षण करा पुलिस ने परिजनों को सौंप दिया है। परिजनों ने बताया कि बाबूराम शाम को घर से निकला था। रात्रि में घर नहीं पहुंचा तो खोजबीन शुरू हुई। सुबह नाला से शव बरामद किया गया। थानाध्यक्ष सुरेश राम ने बताया कि किसान की हत्या आपसी विवाद में की गई है। जमीन विवाद को ले न्यायालय में केश चल रहा है। मामले में मृतक के भाई राधेश्याम तिवारी के बयान पर भादसं की धारा 302 के तहत कांड संख्या 111/11 दर्ज की गई है। किसान की हत्या के बाद इलाके में दहशत है। बताते चलें कि वर्ष 2001 में नक्सलियों ने इसी गांव के संजय तिवारी की गोली मार हत्या कर दी थी।


कृषि गणना को ले प्रशिक्षण

औरंगाबाद
समाहरणालय के सभा कक्ष में शनिवार को कृषि गणना वर्ष 2010-11 के सफल कार्यान्वयन को ले गणनाकर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया। डीएम ने कहा कि यह राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम है जो केन्द्र सरकार द्वारा प्रत्येक पांच वर्ष के अंतराल पर कराया जाता है। यह कार्यक्रम कृषि अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण है। सांख्यिकी पदाधिकारी ने किसानों की जोत की गणना, पटे की शर्ते, भूमि उपयोग, आर्थिक क्षेत्र जोतों का विवरण समेत विभिन्न फसलों पर आंकड़े संकलित किए जाने पर प्रशिक्षण दिया। पदाधिकारियों ने गणना पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी। एडीएम प्रमोद कुमार बिहारी, जिला योजना पदाधिकारी चन्द्रभूषण ने भी संबोधित किया। सभी सीओ, सीआई एवं सांख्यिकी कर्मी उपस्थित थे।


डीएम ने की सिंचाई की बैठक

औरंगाबाद:
डीएम अभय कुमार सिंह ने समाहरणालय में सिंचाई के अधिकारियों के साथ बैठक किया। किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने का आदेश दिया। कहा कि नहर के बिंदू 95, 103, 124 एवं 143 पर गेट को फ्री रखा जाए। अधीक्षण अभियंता एवं प्रमण्डलों के कार्यपालक अभियंता को नहर का पानी बर्बाद न होने के लिए नहरों का निरीक्षण करने की बात कही। कहा कि पानी बर्बाद नहीं होने से एक क्यूसेक पानी से एक सौ एकड़ का पटवन हो सकता है। कहा कि अगले चार दिनों तक कोयल नहर को 570 से 580 क्यूसेक पानी उपलब्ध होना चाहिए तभी सभी किसानों के खेतों तक पानी पहुंचेगी। कहा कि जो अभियंता अनुपस्थित रहेंगे और कार्य नहीं करेंगे उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए सरकार को पत्र लिखा जाएगा। खरीफ फसल की सिंचाई के लिए अभियंताओं को मुस्तैद रहने की बात कही।


प्रेरक बहाली में मुखिया के साथ मारपीट

औरंगाबाद:
कासमा थाना के बख्शी बिगहा गांव के पास शुक्रवार को प्रेरक की बहाली करने से इंकार किए जाने पर बघौरा पंचायत मुखिया रामप्रवेश सिंह के साथ मारपीट की गई। मुखिया ने मामले की प्राथमिकी थाना में दर्ज कराई है। गम्हरिया गांव निवासी नागेन्द्र कुमार, बघौरा गांव निवासी राकेश यादव, मुरारी यादव एवं खैरी ईटवां गांव निवासी सुरेन्द्र यादव, धर्मेन्द्र यादव अभियुक्त बने हैं। मुखिया ने पुलिस को बताया कि पंचायत में प्रेरक की बहाली कर ली गई थी परंतु उक्त सभी दोबारा बहाली प्रपत्र पर हस्ताक्षर करने का दवाब दे रहे थे। नहीं करने पर अभियुक्तों ने मारपीट की। पुलिस मामले में भादसं की धारा 323, 379, 504, 506 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।



जैविक खाद का प्रयोग करें किसान : डीएओ


गोह/हसपुरा (औरंगाबाद), जागरण टीम : गोह एवं हसपुरा में शनिवार को प्रथम रबी महोत्सव का आयोजन किया गया। गोह में उद्घाटन प्रमुख गयेन्द्र कुमार, आत्मा के निदेशक इंदूशेखर सिंह एवं संचालन पैक्स अध्यक्ष राजीव कुमार विद्यार्थी ने किया। किसानों को जैविक खाद प्रयोग करने की सलाह दी। कहा कि खेतों में उर्वरा शक्ति बरकरार रहे इसके लिए यह जरुरी है। रसायनिक खाद के बढ़ते प्रयोग से खेत की उर्वरा शक्ति कम हो रही है। किसानों को श्रीविधि एवं आधुनिक तरीके से खेती करने की सलाह दी। डीएओ शिलाजीत सिंह, जिला उद्यान पदाधिकारी विजय पंडित, वैज्ञानिक डा. राजीव कुमार, शशिभूषण कुमार, बीएओ अरविंद रविदास ने किसानों को सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी। हसपुर संवाददाता के अनुसार उद्घाटन डीएओ शीलाजीत सिंह, प्रमुख अखिलेश सिंह, परियोजना निदेशक इंदूशेखर सिंह, 20 सूत्री अध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह ने किया। तेलहनी, दलहनी फसलों को समय पर लगाने, बीज व भूमि उपचार करने की बात कही। मक्का की गुणवत्ता पर प्रकाश डाला गया। पशुपालन, मुर्गीपालन समेत कृषि की जानकारी दी गई। बीडीओ ओमप्रकाश पाठक, बीएओ अनिल कुमार, ठाकुर सिंह, उपप्रमुख, डा. राजीव कुमार, ट्रेनर एसएमएस संजय कुमार, जिला पार्षद सत्येन्द्र चौधरी समेत सभी एसएमएस, किसान सलाहकार उपस्थित रहे।


प्रेरक व समन्वयक बहाली को ले बैठक

औरंगाबाद:
अनुग्रह कन्या उच्च विद्यालय में शनिवार को जिला कार्यक्रम पदाधिकारी विजय कुमार हिमांशु की अध्यक्षता में बैठक संपन्न हुई। डीपीओ एवं सचिव सिद्धेश्वर विद्यार्थी ने कहा कि प्रेरक व समन्वयकों की अंतिम सूची 20 अक्टूबर को निदेशालय जन शिक्षा पटना को भेजना है। निर्णय लिया गया कि प्रखंड एवं पंचायत में समितियों का गठन, प्रखंड समन्वयक और प्रेरकों का चयन संबंधी अंतिम सूचना राज्य सरकार को भेज देना है। लोक शिक्षा केन्द्र एवं वोलेंटियर की पहचान करने, खाता खोलने हेतु प्रखंडों में तिथिवार बैठक बुलाने हेतु निर्णय लिया गया। प्रेरक, पंचायत मुख्यालय के प्रधानाध्यापक एवं मुखिया बैठक में भाग लेंगे। प्रेरकों की बहाली में हुई अनियमितता की जांच कर कार्रवाई की जाएगी। सभी केआरपी, हर्षु सिंह, जिला कार्यक्रम समन्वयक बेबी कुमारी, लेखा समन्वयक श्वेता सिंह, राजबहादुर सिंह, सुखदेव सिंह उपस्थित रहे।


थानाध्यक्ष के खिलाफ बंद रहा कुटुम्बा बाजार

अम्बा (औरंगाबाद) : कुटुम्बा थानाध्यक्ष एस के सुमन के खिलाफ शनिवार को व्यवसायी सड़क पर उतर आए। बाजार बंद कर व्यवसायियों ने प्रदर्शन किया। थानाध्यक्ष के तबादले की मांग की। कहा कि थानाध्यक्ष बेवजह ग्रामीणों को पीटते हैं। विजय सिंह की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे ग्रामीणों ने थानाध्यक्ष के खिलाफ नारेबाजी की। कहा कि थानाध्यक्ष असामाजिक तत्वों को बढ़ावा देने में लगे हैं। उधर थानाध्यक्ष ने बताया कि शुक्रवार को विजय सिंह के घर छापेमारी की गई थी। उनके घर से 25 पाउच शराब बरामद किया गया। मामले में कांड संख्या 77/11 दर्ज कर विजय को जेल भेज दिया गया। थानाध्यक्ष की माने तो विजय सिंह एवं उनका भाई रंजय सिंह शराब का अवैध कारोबार करता है। शिकायत पर घर में छापेमारी करने गए तो विजय एवं रंजय पुलिस से उलझ पड़ा। छापेमारी करने से रोकने लगा। थानाध्यक्ष ने कहा कि किसी भी हाल में अवैध शराब की बिक्री नहीं होनी दी जाएगी। विजय ने शराब पीकर पुलिस को न सिर्फ गाली दी बल्कि चुनौती भी दे डाली। उधर मुखिया शकुंतला देवी ने गांव के संतोष सिंह के खिलाफ अभद्र व्यवहार करने की शिकायत की है। एसपी के जनता दरबार में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है। बहरहाल ग्रामीण एवं पुलिस के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है।



पैक्स अध्यक्ष को मिली मोबाइल सिम

औरंगाबाद:
शहर के को-आपरेटिव बैंक परिसर में शिविर लगाकर पैक्स अध्यक्षों को मोबाइल सिम दी गयी। एमडी सह जिला सहकारिता पदाधिकारी डा. श्रवण कुमार, डीएओ शिलाजीत सिंह ने अध्यक्षों के बीच सिम का वितरण किया। एमडी ने कहा कि सरकार का उद्देश्य है किसानों को कृषि व सहकारिता विभाग के द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों की जानकारी मिले। मोबाइल सिम पर विभाग के द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों की जानकारी दी जाएगी और अध्यक्ष उन जानकारियों को किसानों तक पहुंचाएंगे। कहा कि सभी पैक्सों में गोदाम निर्माण का निर्णय लिया है। जो पैक्स गोदाम निर्माण का प्रस्ताव नहीं दिए हैं वे अविलंब दे दें। कहा कि सीसी लोन लेकर नहीं लौटाने वाले पैक्सों पर गाज गिरेगी। अधिप्राप्ति के लिए जिन पैक्सों के द्वारा राशि ली गई थी वे दस दिनों के अंदर राशि नहीं लौटाते हैं तो पैक्स को ब्लैक लिस्टेड किया जाएगा। पैक्स अध्यक्षों को राईस मिल एवं गैसी फायर लगाने की बात कही। डीएओ ने कहा कि इफको के साथ मोबाइल कंपनी को टैग किया गया है। किसानों को हेल्प लाइन के लिए अध्यक्षों को सिम दिया गया है। सरगांवा पैक्स अध्यक्ष रणविजय सिंह ने कहा कि गैसी फायर लगाने से पैक्स को फायदा है। भवानीपुर पैक्स अध्यक्ष रामानुज सिंह ने कहा कि सिम कार्ड से पांच मुफ्त संदेश भेजने की योजना है। को-आपरेटिव अध्यक्ष जगनारायण सिंह, मत्स्य पदाधिकारी, निदेशक मंडल के सदस्य, अंकेक्षण पदाधिकारी के अलावा पैक्स अध्यक्ष मौजूद थे।




संतन सिंह के हत्या पर शोक सभा

औरंगाबाद:
बडे़म गांव निवासी संतन सिंह की हत्या पर गोह विधायक प्रो. रणविजय सिंह ने शोक व्यक्त किया है। शुक्रवार को न्यायालय पहुंचे विधायक ने कहा कि संतन बाबू की हत्या से व्यक्तिगत क्षति हुआ है। इलाके का एक शेर चला गया। उन्होंने अपने जीवन में कोई गलत कार्य नहीं किया। हत्यारों के शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की। उधर संतन सिंह के हत्या पर जदयू कार्यालय में शनिवार को शोक सभा आयोजित की गई। अध्यक्षता विश्वनाथ सिंह ने किया। तीन दिनों तक पार्टी का झंडा कार्यालय पर झुका रहेगा। शोक सभा में जदयू नेता पूर्व जिप अध्यक्ष पंकज कुमार, प्रो. ज्ञानेश्वर सिंह, तेजेन्द्र कुमार सिंह, जहीर अहसन आजाद, जानकी सिंह, लव कुमार सिंह, अतहर हुसैन मंटू, मिथिलेश सिंह, पूर्व प्रमुख राजेन्द्र सिंह, रामकेवल सिंह, प्रदीप कुमार सिंह उपस्थित रहे। राकेश कुमार सिंह ने भी शोक व्यक्त किया है।



संतन हत्या मामले में आठ बने नामजद


औरंगाबाद:
बडे़म गांव निवासी संतन सिंह हत्याकांड मामले में आठ के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है। संतन के भाई सत्येन्द्र सिंह के बयान पर दर्ज प्राथमिकी में नवीनगर प्रखंड के उपप्रमुख बड़ेम गांव निवासी अमित कुमार सिंह पिंटू, उनके भाई बबन सिंह, बबलु सिंह, रामानंद साव एवं उनके पुत्र धर्मेन्द्र साव, रमेश सिंह, अनुग्रह नारायण सिंह उर्फ पंडा सिंह एवं दिलीप सिंह नामजद अभियुक्त बने हैं। सत्येन्द्र ने हत्या का कारण चुनावी रंजिश बताया है। दर्ज प्राथमिकी के अनुसार वादी सत्येन्द्र सिंह धर्मेन्द्र साव के घर पहले से मौजूद थे। धर्मेन्द्र जैसे ही संतन सिंह को लेकर अपने घर के पास पहुंचा पहले से घात लगाकर बैठे नामजद अभियुक्तों ने उन्हें अपहृत कर लिया। कुछ दूर ले जाकर गोली मार हत्या कर दी। सत्येन्द्र ने गोली के तीन आवाज सुने जाने की बात स्वीकार की है। मामले में पुलिस नामजद अभियुक्त रामानंद साव एवं धर्मेन्द्र साव से पूछताछ कर रही है। एसपी डा. सिद्धार्थ ने बताया कि भादसं की धारा 302, 120 बी एवं 27 आ‌र्म्स एक्ट के तहत कांड संख्या 170/11 दर्ज की गई है। पुलिस हत्या के विभिन्न पहलुओं की तहकीकात कर रही है। हत्या क्यों हुई और हत्या का कारण क्या है इसकी जांच चल रही है। उधर संतन की हत्या से बड़ेम गांव में सन्नाटा पसरा है। उनके परिजन सुरक्षा को लेकर चिंतित दिखे। पूछे जाने पर सिर्फ इतना कहा कि अपराधियों ने धर्मेन्द्र को मोहरा बनाकर मेरे परिवार की हत्या की है। हत्या प्लान वे में की गई है। नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार करने एवं स्पीडी ट्रायल करा सजा दिलाए जाने की मांग की है। वैसे हत्या को लेकर बड़ेम गांव एवं आसपास के इलाके में चर्चा का बाजार गरम रहा।



महिला ने की मुखिया समेत पांच पर प्राथमिकी

औरंगाबाद:
जम्होर थाना के मोरडिहरी गांव में ग्रामीणों की पिटाई से घायल महिला रुबी कुंवर ने प्राथमिकी दर्ज कराई है। मुखिया अनिल कुमार समेत पांच को नामजद अभियुक्त बनाया है। रुबी ने ग्रामीणों पर बेवजह पिटाई करने, एएसआई को हाथ पैर बांधकर मारने एवं हंगामा करने का आरोप लगाई है। अपने बयान में कहा है कि रामभजन सिंह, राधेश्याम सिंह, शैलेन्द्र सिंह, पिंटू सिंह एवं अनिल मुखिया ग्रामीणों के साथ मेरे घर पहुंचे और घर में रहे एएसआई के साथ हमें पीटा। बच्चों को पिटते हुए जान मारने की धमकी दी। महिला की माने तो एएसआई केश का नकल देने रात्रि में घर आए थे। रुबी ने पुलिस को बताया कि हमें हमारा हिस्सा नहीं मिल रहा है। मेरे पति स्व. वृजनंदन सिंह उर्फ वृजा सिंह पटना उच्च न्यायालय में अधिवक्ता थे। मैं उनकी दूसरी पत्नी हूं जिस कारण उनके परिजन हमें हिस्सा नहीं दे रहे हैं। इसी को लेकर रामभजन सिंह, राधेश्याम सिंह एवं शैलेन्द्र सिंह से विवाद चल रहा है। विवाद के कारण ही इस पूरे घटना को अंजाम दिया गया है। एसपी डा. सिद्धार्थ ने बताया कि महिला के बयान पर कांड संख्या 113/11 दर्ज की गई है। पुलिस पूरे मामले की तहकीकात कर रही है।



व्यवसायियों का विवाद गहराया, एक नामजद


औरंगाबाद:
शहर के पोखरा मुहल्ला शाहपुर निवासी व्यवसायी रामऔतार प्रसाद गुप्ता एवं जितेन्द्र कुमार गुप्ता के बीच विवाद गहराता जा रहा है। जितेन्द्र ने शुक्रवार को अमानत से ख्यानत मामले में नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है। रामऔतार के पुत्र श्याम प्रसाद गुप्ता को अभियुक्त बनाया है। अभियुक्त पर एक लाख पचास हजार रुपए गबन कर लेने का आरोप लगाया है। जितेन्द्र ने पुलिस को बताया कि वर्ष 2010 में पैसे दिया था जो श्याम नहीं दे रहा है। अभियुक्त ने कहा है कि मनोज हत्याकांड में मेरे खिलाफ काम किया है जिस कारण पैसा नहीं दूंगा। पुलिस ने मामले में भादसं की धारा 406 के तहत कांड संख्या 374/11 दर्ज कर मामले की तहकीकात कर रही है।











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