परियोजना को 900 किसानों ने दी सहमति
औरंगाबाद :
बारुण में एनपीजीसी परियोजना निर्माण के लिए 900 किसनों ने सहमति दी है। एसडीओ कुमार देवेन्द्र प्रोज्ज्वल ने बताया कि मुआवजा राशि लेने किसान पहुंच रहे हैं। सोमवार को 50 किसानों को राशि का भुगतान किया गया है। माधे के किसान भी मुआवजा राशि लेने पहुंचे। मंगलवार से राशि भुगतान की प्रक्रिया में तेजी लाई जाएगी। एसडीओ ने बताया कि अब परियोजना का निर्माण में बाधा नहीं है। एडीएम प्रमोद कुमार बिहारी, डीसीएलआर शैलेश कुमार, भूअर्जन पदाधिकारी उपस्थित रहे।
मदनपुर (औरंगाबाद) : स्थानीय धर्मशाला प्रांगण में भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी मदनपुर अंचल का तीसवां वार्षिक सम्मेलन रविवार को संपन्न हो गया। उद्घाटन भाकपा के वरिष्ठ नेता का. त्रिभुवन सिंह ने किया। अभिनंदन जिला मंत्री का. रामचन्द्र यादव ने की। वक्ताओं ने राज्य व केन्द्र सरकार की विफलताओं एवं भ्रष्टाचार मंत्रियों की संलिप्तता एवं अन्ना हजारे के आंदोलन पर चर्चा की। कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार की गलत नीतियों के कारण महंगाई, भ्रष्टाचार एवं आतंकवाद बढ़ा है। सरकार को आमजन की समस्याओं की कोई चिंता नहीं है। पक्ष और विपक्ष एक ही तराजू पर बैठे हैं। सम्मेलन में रामसूचित यादव को अंचल मंत्री एवं लालू राम को सहायक मंत्री चुना गया। बिजली, सिंचाई, इंदिरा आवास में धांधली, पेयजल समस्या, खाद के दामों में वृद्धि, जविप्र में घोटाला, मध्याह्न भोजन, ग्राम पंचायत निकाय एवं मनरेगा में अनियमितता को ले प्रस्ताव पेश किया गया। जयपाल मेहता, उदय यादव, रामाशीष सिंह, गया प्रसाद उपस्थित थे।
ठेकेदारों को धनी बना रही सरकार : पूर्व विधायक
दाउदनगर (औरंगाबाद) : दाउदनगर बारुण सड़क को बने हुए अभी दो वर्ष भी नहीं हुए हैं कि सड़क जर्जर हो गई। चौरम से भुईयां गांव के सामने तक स्थिति काफी खराब है। वाहन चलाने में डर लगता है। सड़क में इतने गड्ढे हैं कि वाहन चालक के सर पर खतरा मंडराने लगता है। दुर्घटना का डर हमेशा बना रहता है। सोमवार को डेहरी से दाउदनगर इसी सड़क से आने के बाद पूर्व विधायक सत्यनारायण सिंह ने कहा कि राज्य सरकार ठेकेदारों से मिली हुई है। ठेकेदारों को धनी बनाने में यह सरकार लगी है। कहा कि इस सड़क के मेन्टेनेंस के लिए पांच साल की गारंटी है। मेंटेनेस के लिए पैसे आते हैं पर उसे खर्च नहीं किया जाता। सरकार, प्रशासन और ठेकेदार की तिकड़ी मेंटेंनस और रिपयेरिंग के नाम पर जनता की गाढ़ी कमाई लूट रही है। उन्होंने कहा कि इस सड़क के चौड़ीकरण का टेंडर हो गया है लेकिन सवाल यह है कि जो सड़क बनी थी और उसके रिपयेरिंग के लिए जब धन भी उपलब्ध होता है तो जर्जर हिस्से की मरम्मत क्यों नहीं की जाती है।कनाप में महिला कृषक समूह का गठन
दाउदनगर (औरंगाबाद) : कनाप में रविवार को रानी लक्ष्मीबाई महिला कृषक हितकारी समूह का गठन किया गया। विषय वस्तु विशेषज्ञ संजय कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में सरिता देवी अध्यक्ष, प्रेमलता देवी सचिव, सरिता मेहता कोषाध्यक्ष एवं अन्य 17 महिलाएं सदस्य बनाई गर्इं। महिला सशक्तिकरण की दिशा में उन्हें जागरूक करने और गरीब, भूमिहीन और बटाईदारी पर खेती करने वाली महिलाओं को सरकार समूह के माध्यम से सरकारी योजनाओं का लाभ देना चाहती है। राज्य सरकार द्वारा प्रशिक्षित एसएमएस श्याम किशोर सिंह के निर्देशन में समूह का गठन किया जा रहा है। कोई भी पुरुष अथवा महिला कृषक, पशुपालन, मुर्गी पालन, बकरी पालन, मछली पालन या अन्य कोई कृषि कार्य करते हैं तो दस या बीस की संख्या में समूह का गठन कर सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। सरकार चाहती है कि गरीब किसान समूह गठित कर लाभ प्राप्त करें।
कृषि से प्रदेश की होगी तरक्की : अनुपम
मदनपुर/रफीगंज (औरंगाबाद) : रबी महोत्सव पर सोमवार को प्रखंड कार्यालय परिसर में कार्यक्रम आयोजित की गई। उद्घाटन प्रमुख वीरेन्द्र रविदास, परिक्ष्यमान उप समाहर्ता सह बीडीओ कुमारी अनुपम सिंह, आत्मा के निदेशक इंदू शेखर सिंह, जिला पार्षद प्रफुल्ल कुमार सिंह ने दीप प्रज्वलित कर की। संचालन प्रखंड कृषि पदाधिकारी दिलीप रजक ने किया। बीडीओ अनुपम ने कहा कि कृषि से ही प्रदेश व गांव की तरक्की होगी। कृषि के विकास के बिना देश का तरक्की संभव नहीं है। किसानों से रसायनिक खाद की जगह जैविक खाद प्रयोग करने की सलाह दी। कृषि वैज्ञानिक राजीव रंजन ने तेलहन, दलहन फसल समय से लगाने की बात कही। मक्का की खेती एवं उसकी गुणवत्ता पर प्रकाश डाला। जिला पार्षद ने प्रखंड में सिंचाई सुविधा को ले पंचायत स्तर पर स्टेट टयूबबेल लगाने की मांग की। उपप्रमुख रमेन्द्र कुमार सिंह, मोहन प्रसाद, विजय कुमार सिंह, सुशील कुमार चतुर्वेदी, विपिन कुमार पाठक, सत्येन्द्र कुमार राठौर, किसान सलाहकार शशि शेखर, दुर्गा कुमार, शशिरंजन उपस्थित थे। रफीगंज में महोत्सव का उद्घाटन जिला कृषि पदाधिकारी शिलाजीत सिंह एवं संचालन प्रखंड कृषि पदाधिकारी बिंदेश्वर राम, शिवरंजन शर्मा ने किया। कृषि वैज्ञानिक राजीव कुमार सिंह ने किसानों को खेती के तरीके बताए। परियोजना निदेशक इंदू शेखर सिंह ने किसानों को रबी फसल समय से लगाने की बात कही।
बटाने पुल निर्माण पर नक्सली साया
बिहार को झारखंड, छतीसगढ़, उड़ीसा एवं मध्यप्रदेश से जोड़ने वाले बटाने पुल के निर्माण पर नक्सली साया मंडराने लगा है। कैंप पर हमले के बाद कर्मी भाग गए हैं। पुल निर्माण में 300 से अधिक मजदूर लगे थे। नक्सली हमले के बाद मजदूरों की संख्या 30 रह गई है। कार्यपालक अभियंता के अनुसार पुल निर्माण का कार्य दिसम्बर 2011 तक पूरा कर लेना था। कैंप पर हमले के बाद निर्माण में विलंब होगा। बताया जाता है कि 11 करोड़ रुपए की लागत से पुल का निर्माण होना है। 16 माह पहले पुल की निविदा निकाली गई थी। समयानुसार कार्य चल रहा था इसी बीच भाकपा माओवादी के हथियारबंद नक्सलियों ने पुल निर्माण के कैंप पर 9 अक्टूबर की रात्रि हमला बोल दिया। यहां रहे मुंशी एवं कर्मियों की पिटाई की। लेवी मांग रहे नक्सलियों ने अजय इंजिकान कंपनी का डोजर, जेसीबी मशीन एवं दो डम्पर फूंक दिया। नक्सलियों ने कर्मियों को कार्य न करने की धमकी दी है जिससे यहां कार्य में लगे कर्मी भाग गए हैं। पूर्व विधायक विजय कुमार सिंह उर्फ डब्लू ने बताया कि अब दिसम्बर 2011 तक कार्य पूरा नहीं हो सकता। मार्च 2012 तक कार्य पुरा करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने स्वीकार किया कि कैंप पर हमले के बाद से मजदूर भाग गए हैं। पूर्व विधायक ने बताया कि मजदूरों की सुरक्षा के लिए कैंप पर गार्ड रखे जाएंगे। बहरहाल, अंग्रेजों के जमाने का बना बटाने पुल जर्जर हो गया है। पुल पर भारी वाहनों का परिचालन बाधित है जिस कारण यात्री एवं चालकों को परेशानी हो रही है। बड़ी बसें इस पुल से नहीं गुजरती है। पुल के पास डायवर्सन का निर्माण किया गया था जो नदी में बाढ़ आने के कारण बीस दिन पहले बह गया।
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